कठिन समय और बुरे समय जीवन का महत्पूर्ण हिंसा मना गया है आज हम इसके बारे मे जानेंगे कठिन समय से सभी के सामने आता है कठिन समय opportunity us कर के कई लोग बाहर निकल कर आते है

जीवन एक सामान कभी नहीं रहता जीवन आगे पीछे होते रहता है

ऐसे ही चलता रहा बुरे वक्त तो एक दिन सब ख़तम कर देगा

वक्त बुरे है इसे बुरा कैसे कहे ढ़ेर सारे असलियत सामने लेकर आता है खुद से खुद मे पहचान करवाता है
यहाँ इक महत्वपूर्ण आशाओ का खेल है बस इस खेल को सही तरीके से खेलना ही जीत है
इस सफऱ मे कोई साथ नहीं इक कदम चलने वाला इस सफर मे कभी गिरना गिर कर सम्भलना और फिर चलते रहना कभी सफलता और असफलता के आगे पीछे होते रहना कभी हार न मानना
आपकी ताकत आपके बिस्वाश है कभी ये नहीं खोना चाहिए
इस लम्बी सफर मे अभी अभी चलना सुरु किया है देखते है मुस्किले हमें हाराती है या मै मुश्किलों को हरता हूँ
अपने सपनो के आगे कैसे हार जाए चाहे मुस्किले कोई भी आए खुद से किए गए वादे कैसे तोड़ दे जो हमें हर पल हर समय मोटिवेट करता है
कोई भी काम हमारे समझ से बड़ा नहीं होता जिसे उसे किया न जाए
खुद के इरादों मे मजबूती होनी चाहिए सफलता के लिए कठिनाईया क्यों न बरी से बरी हो
किसी से कोई ऐसे बेवजह नाराज नहीं होता है कुछ तो कमी रही होंगी खुद मे
खैर लोग क्या आपके बारे मे सोचते है इसका आपके जीवन मे कोई मूल नहीं होता बस अपने कामो पे ध्यान केंद्रित होना महत्वपूर्ण है
जीवन मे इक जैसा पल कभी नहीं होता जिसे न चाहते हुए भी हमें वेस्ट करना परता है
कभी भी अच्छे पल क इंतजार नहीं किया जा सकता जो सामने है क्यों न जीवन खुल कर जी लिया जाए
मुश्किल दौर के साथ यहाँ हर सैय को गुजरना परता है कोई चाह कर भी इसे पीछा नहीं छोरा सकता
नफ़स जानवर के अंदर भी पाया जाता है और इंसान मे भी लेकिन दोनों मे जिमीनो असमान के फर्क होता है जानवर मे समझने की साहूलियत नहीं होती इंसान मे समझने की ताकत होती है
हम दोनों इक ही रास्ता से गुजरे मै उसे गलत समझ रहा था वो मुझे गलत समझ बैठा था
न उसे इन लम्हो का कोई परवाह था जैसे की अपनी जीवन हार के सामने समर्पित कर दिया हो
और दूसरा एक के सामने गुजरने वाली हर पल जैसा की थम गया हो जैसा चल रहा था कुछ ठीक नहीं चल रहा था
ज़िन्दगी की उस रास्ते पर हम दोनों आ गए थे जहा से एक दूसरे को समझना नहीं चाहते थे सायेद वो भी हार गया था
और दूसरा भी हार के तरफ जा रहा था उसके भी सामने दूर दूर तक सुनसान दिख रहा था सामने कुछ नजर नहीं आ रहा था
हम दोनों के रास्ते मे किसी दूसरे को आ जाना और यूही चले जाना पूरी लाइफ को उस मोर पर कर जाना
जहा से अपनी जीवन जीने का ख्वाइश ख़तम हो जाना वो अपनी जीवन हार बैठा था उसके आगे सब ने हार मान लिया था कोई चाह कर भी करता भी क्या वो दोनों एक इंसान था
जीवन मे जब गलत समय साथ गकत इंसान का आ जाना ही गलत है